वेद-ज्ञान के स्रोत

हमारे पूर्वज ऋषियों के लिए, जिन्होंने प्रारम्भ में जीवन के मार्ग को बनाया, हमारा नमस्कार है।-*-*
ऋग्वेद१०/१४/१५

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